एक महिला!
महिला! ये शब्द सुनते ही मन में प्राचीन सभ्यता की औरत की एक छवि खुदब-खुद बन जाती है. जो हमारे
Read Moreमध्य प्रदेश का एक छोटा सा गाँव……सोहना…..!!! गाँव के मुख्य चबूतरे पर बैठे चार लोग आपसे में कुछ बात
Read Moreतेरी ओर आना चाहूँ तेरी ओर आना चाहूँ, पर तूफ़ान हैं बहुत. मिलन के बीच में यहाँ, शैतान हैं बहुत.
Read Moreमैं माफ़ी चाहता हूँ, मुनव्वर राणा साहब से, क्योंकि इस ग़ज़ल का रदीफ़ और काफ़िया उन्हीं की एक ग़ज़ल से
Read Moreजाड़ों का समय है सूरज के किरणों ने समुद्र की कोख में जाने का मन बना लिया है. धीरे धीरे
Read Moreगर्मियों के मध्य की एक गर्म सुबह, अपनी अगली कहानी के लिए एक नए शीर्षक और भूमिका की तलाश में
Read Moreकहते हैं वक्त का बवंडर किसी को नहीं बक्ख्शता, फिर वह अमीर हो या गरीब हो, बड़ा हो या छोटा
Read Moreआज के दिन कोई सरकारी छुट्टी तो नहीं है, और न ही सरकार ने ऐसी कोई घोषणा की है. परन्तु
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