कविता *आसिया फ़ारूक़ी 06/08/2020 मेरा देश हरा , भरा है मेरा देश , सुखद, मनोरम प्यारा देश धरा यहाँ की बहुत पवित्र, सब धर्मावलम्बी मेरे मित्र।। Read More
कविता *आसिया फ़ारूक़ी 27/05/2020 मां सबसे प्यारी लगती है आँचल की मृदुल हवा से खुशियां हम सबको देती है। नेह लुटाती जीवन भर क्या बदले में कुछ लेती है। Read More