गज़ल
बाहर देखा, अन्दर फिर भूखे का भूखा मन। सुन्दरता के लेकर मंजर फिर भूखे का भूखा मन।। धरती-अम्बर, दौलत-शोहरत, प्यार-मुहब्बत
Read Moreहम कुछ मित्र नौकरी करने के लिए प्रति दिन ट्रेन पर लगभग 60 किलोमीटर का सफर तय करके दूसरे शहर
Read Moreप्रसन्न, आनन्दित, हर्षित, पूर्णतया संतुष्ट, जो अपने या किसी अन्य द्वारा किए हुए कार्य से सुख तथा संतोष का अनुभव
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