कंक्रीट जंगल
“कंक्रीट जंगल में कैसे रहें? कैसे लहलहायेगी मेरी डालियां?” ” न तो देखभाल करने के लिए किसी के पास समय
Read More“कंक्रीट जंगल में कैसे रहें? कैसे लहलहायेगी मेरी डालियां?” ” न तो देखभाल करने के लिए किसी के पास समय
Read Moreथोडी-सी थी आमदनी, छोटा सा घर, अंश लाडला, जिंदगी की जंग लडी हम ने, जैसे कोई अकेला ।। जिद, जुनून, जीवटता
Read Moreरिमझिम पानी बरसता, झरती पावन धार।शीतल जल, निर्मल नदी, हरियाला संसार।। जीवन दात्री सृष्टि से, सीखो परोपकार।वरदान मिला प्रभु से,
Read Moreजोश, उल्लास मन में वंदेमातरम के उद्घोष से, तिलक माथ सजाओ मां भारती की चरण रज से, यशोगान से गूंजायमान
Read Moreपूजा प्रभु जी की करे, मंगल मन आचार। मानवता सेवा करे, हो शुभ सोच विचार।। फैशन की धुन हैं लगी,
Read Moreऐ मानव, सुन जरा, जीवन जीने के लिए हैं, रूक जरा, थम जरा, खूब जी ले अपनी जिंदगी।। खुदा की
Read Moreहरियाला झूमता आया सावन, स्नेहिल रिमझिम में भीगा मन, राखीपूनम का आया त्यौहार, हर्षित हृदय, पुलकित भाईबहन।। निर्मल नेह की
Read Moreआत्मनिर्भर नवभारत का हो रहा हैं बहुमान, नव चेतना उल्लास, नवल स्वप्न यशोगान, शोध, विकास की नित नयी संभावनाएं, नील
Read Moreओ शान से तिरंगा फहराएं, स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएं, आन, बान, शान, सम्मान से, देश प्रेम का अलख जगाएं ।।
Read More