खालीपन
बड़ी बरकत हैखालीपन में भी,लाख कोशिशों सेनहीं भरता खुशनुमालम्हों की यादें.झूठे, खोखले वादेसुराख़ कर जाते हैं..दिल की दीवारों में।सुकून रिस
Read Moreऐ ज़िन्दगी तेरे ज़ख्मों की, तादाद यूँ बढ़ गयी है अब। मरहम भी काम नहीं आता, नमक उन पर लगाने
Read Moreचालीस के पार जा रही हूँ हाँ उम्र बढ़ रही है मेरी, तो उसमे क्या बात है। अच्छा दिखना पसंद
Read Moreचूर कर दे जो हिम्मत, ऐसी सज़ा देती है,सब्र की हर वक़्त, कठोर परीक्षा लेती है,जीने की चाहत का, कर
Read Moreजब परिस्थितिया की आँधी झकझोर देती हैं,तब लक्ष्य पाने की आकांक्षा प्रोत्साहन देती है।चुनौतियों का सामना करके हम निखर जाते
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