गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 04/05/2023 ग़ज़ल दबी चोटें उभरना चाहती हैं कराहें चीख बनना चाहती हैं पुजारी हम हैं खामोशी के लेकिन निगाहें शोर करना चाहती Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 04/04/2023 ग़ज़ल मेरा वजूद दर्द से ऐसे हिला कि बस गम को मिला सुकून तो ऐसे लगा कि बस मुमकिन है इस Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/03/2023 ग़ज़ल भारत के लोकतंत्र का अपना उसूल है हित में प्रजा के तंत्र को सब कुछ कुबूल है धाराएँ संविधान की Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 04/02/2023 ग़ज़ल वो मुझे अपना लगे क्या कीजिए आप उसके हैं तो बतला दीजिए मैं जहाँ जाता हूँ वो पीछा करे क्यूँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 03/01/202303/01/2023 ग़ज़ल सुनो पहले, विचारो बाद में, देखो, न कुछ बोलो अगर है लाजमी कुछ बोलना, शब्दों में रस घोलो बस इतनी Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 25/12/2022 गजल तुम महापुरुषों के जीवन पे नजर डालो भी दिल के आईने में फिर देर तलक झाँको भी मत अपेक्षा करो Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 09/11/2022 ग़ज़ल खिलाकर फूल महकाकर सजायी जिसने फुलवारी समर्पित क्यों न कर दें हम उसी को जिन्दगी सारी सुबह से शाम तक Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/10/202205/10/2022 ग़ज़ल मैंने जाना ही नहीं दिल का तकाजा क्या है और जो दिल में छिपी है वो तमन्ना क्या है मैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/09/2022 ग़ज़ल मेरी गजल के हर इक शेर में उजाला है हर एक लफ्ज को मैंने लहू में ढाला है गजल को Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 02/08/2022 ग़ज़ल मैं चाहकर भी तुझसे खफा हो नहीं सकता दामन है तार-तार मगर रो नहीं सकता सपनों में अभी रंग भी Read More