गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 06/04/2020 गजल क्या गुजरती है मेरे साथ बताऊँ कैसे हर किसी को मैं नजर आऊँ तो आऊँ कैसे एक पल के लिए Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 08/03/2020 ग़ज़ल अपने हाथों की लकीरों में पढ़ाकर उसको गुनगुनाये वो अगर सिर्फ सुनाकर उसको गीत उर्दू में कहे तू कि गजल Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 02/12/201902/12/2019 ग़ज़ल सनम का चेहरा है ये या कि माहताब कोई है रोशनी का समन्दर कि आफताब कोई ये खून है कि Read More
पुस्तक समीक्षा देवकी नंदन 'शान्त' 06/10/201906/10/2019 शान्तिदूत : श्री कृष्ण के मानवीय व्यवहार को जानने समझने का अनोखा दस्तावेज लेखक-कथाकार डाॅ विजय कुमार सिंघल ‘अंजान’ का इस लघुउपन्यास को लिखकर सामने लाने का मुख्य उद्देश्य श्री कृष्ण के विषय Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 06/10/2019 ग़ज़ल हमारे साथ रहा फिर भी दूर-दूर रहा न हमने उससे कभी कुछ न उसने हमसे कहा वो जानता है हमें Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 07/07/2019 ग़ज़ल मेरे भीतर कोई खुशबू का बिखर जाता है मुझको उस वक्त उजाला सा नजर आता है सीप की पलकों पे Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 25/03/2019 गजल मैंने तुम दोनों को सोचा तो उभर आई गजल उँगलियाँ काँपीं तो कागज पे उतर आई गजल गुफ्तगू अपनों से Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 11/12/201815/12/2018 ग़ज़ल दूर होकर भी पास होता हैवो जो हंसकर उदास होता है बाज मौकों पे आम होकर भी गैर अपनों से खास होता Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 02/11/201802/11/2018 गजल तुमने अपने ही पैरों पर स्वयं कुल्हाड़ी मारी है इतना और करो पीड़ा का ब्याह रचा दो क्वाँरी है कभी Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 07/10/201807/10/2018 ग़ज़ल चिरागों को लहू से जब भी दीवाने जलाते हैं हवायें थरथरा उठती हैं तूफाँ काँप जाते हैं न सजदे में Read More