गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 02/04/201602/04/2016 ग़ज़ल उँगलियाँ सब पे वो उठाता है अपनी कमियां मगर छुपाता है । मुश्किलों में भी हौसला रखिये फूल कांटों Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 17/03/2016 ग़ज़ल हमारे मुल्क की दिखती हैं कुछ बेकार तस्वीरें बदन दिखला रही खुलकर सरे-बाजार तस्वीरें कलेजा हो गया छलनी मिरे Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 12/03/2016 ग़ज़ल औरत हूँ लाचार नही हूँ इंसा हूँ बाजार नही हूँ । दुर्गा काली चण्डी ज्वाला सिर्फ गले का हार Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 22/02/2016 ग़ज़ल झुकी उनकी अक्सर नजर देखते हैं मुहब्बत का उन पर असर देखते हैं सभी ख्वाहिशें मेरी पूरी हुई हैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 17/02/2016 ग़ज़ल आप कह दो मिरी खता क्या है । दरमियां अपने अब रखा क्या है । इश्क का रोग लग Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 14/02/2016 ग़ज़ल जो जलें उनको जलाया कीजिये बेसबब ही मुस्कुराया कीजिये। जिंदगी है चार दिन की चांदनी राह चलते को हँसाया Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 13/02/2016 ग़ज़ल आप को देखे जमाना हो गया प्यार शायद अब पुराना हो गया मुस्कुरा कर आप ने देखा सनम बस जमाने Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 13/02/2016 ग़ज़ल हिन्द का शान मान रखते हैं हम हथेली पर जान रखते हैं देखते हैं वतन की बदहाली बन्द अपनी Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 12/02/201612/02/2016 ग़ज़ल बँटे हैं मुल्क सरहद पर उठी दीवार जाने क्यों मिटाये से नहीं मिटता दिलों से प्यार जाने क्यों नहीं Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 18/01/2016 ग़ज़ल नेकियाँ बाट के सदा रखिये । याद कर अपनी भी कजा रखिये जिंदगी चार दिन की है साहिब बेवफा Read More