गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 28/09/2015 ग़ज़ल जिंदगी से नहीं गिला कोई प्यार में हमनवां मिला कोई जिंदगी शूल का सफर साहिब ये ग़ज़ल है न Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 28/09/201528/09/2015 ग़ज़ल रोका हमने दिल दीवाना बोल उठा जल जल के कोई परवाना बोल उठा जर्द किये थे जज्बातों को सीने में Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 26/09/201526/09/2015 गज़ल हमारे साथ तेरी दिल्लगी अच्छी नहीं लगती दिखावे की तेरी ये दोस्ती अच्छी नहीं लगती नसीबों से मिला मुझको Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 24/09/2015 ग़ज़ल भूख सबकी मिटा ही दी जाये रोटियाँ क्यों न बाँट ली जाये । रेत जैसे फिसल रही अब तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 23/09/2015 ग़ज़ल ख्वाब में जो साथ मेरे घर गए जागती आँखों से वो मंजर गए । पूजते जो देवियों को रात Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 20/09/2015 ग़ज़ल आप से बिछड़े हुए हमको जमाने हो गए । आरजू कैदी बनी, दिल जेलखाने हो गए । लोग कहते हैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 18/09/2015 गजल झूठ से दामन बचाया कीजिये हर घड़ी बस मुस्कुराया कीजिये भूल बैठे हो भले ही प्यार को खत पुराने Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 16/09/2015 गजल मुसीबत की घड़ी में टूट जाता हर सहारा है । हमारी उम्र कम है पर तजुर्बा ढेर सारा है मेरी Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 16/09/2015 गजल तेरी आँखों के दरिया का उतरना भी जरूरी था मुहब्बत बोझ लगती थी बिछड़ना भी जरूरी था । अवारा नाम Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 12/09/2015 गजल 100 वी फ़िलबदीह की ग़ज़ल बहर~~2122 2122 212 काफ़िया ~अत रदीफ़ ~दोस्तों एक मीठी सी शरारत दोस्तो याद आती है Read More