गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 10/04/2018 धूमिल चाँद रात पूर्णिमा ,झंझा आया , धूमिल उजला चाँद हो गया । कुछ सपनों के चित्र सुनहरे । मेरे उर पट Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 01/04/2018 गीत पीड़ा पारावार हुई है, टूटे उर तंत्री के बंधन । समय व्याध तू गर रुक जाता ! तो यह निर्मम Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 30/03/2018 पीड़ा पीड़ा पारावार हुई है, टूटे उर तंत्री के बंधन । समय व्याध तू गर रुक जाता ! तो यह निर्मम Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 20/03/201820/03/2018 गौरैया खपरैले के नीचे, गौरैया के बच्चे रहते थे ।। यह बच्चे एक दिन, उड़ जायेंगे, दादा जी कहते थे । Read More
कहानी *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 16/03/201821/03/2018 कर्मफल रानी के सिर से माँ बाप का साया किशोरी होने से पहले ही उठ गया था। रानी जब अट्ठारह की हुई Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 15/03/201818/03/2018 ग़ज़ल आई जो मेरी बात,जहां क्यों बदल गया ? किस्मत के नाम पे कोई,सिक्का उछल गया ! अब दोस्ती से मेरा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 10/03/2018 गीतिका जिनके खातिर ये मेरा दम निकले । हाय ! वो कितने बेरहम निकले । भूख की आग ने जो बहकाया Read More
कुण्डली/छंद *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 08/03/2018 नारियाँ ममतामयी है रूप ,मातृशक्ति का स्वरूप, प्रेम नीर से जगत ,पखारती है नारियाँ । पीढ़ियाँ चला रही हैं, दीप नव Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 01/03/2018 होली मा होली मा कोई घोटाला करौ, होली मा एक दूजे पर कीचड़ डालौ, एक दूजे मा दोष निकालौ , राजनीति, मुँह Read More
मुक्तक/दोहा *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 28/02/201802/03/2018 दोहे १- गले मिलें हम भूलकर ,सारे कलुषित राग । बैर जला दें हम सभी ,हो होली की आग ।। २- Read More