मातृभूमि
हे मातृभूमि है देवभूमि तुमको शत-शत नमन हो, वीरों की यह धरती तुम को शत शत नमन हो। मातृभूमि की
Read Moreधर्म और विज्ञान एक दूसरे के पूरक हैं। धर्म जीवन जीने की प्रेरणा देता है, और विज्ञान जीवन कैसे जिया
Read Moreमां मैं तुम्हारे अंदर हूं मुझे मत मारो मैं भी जीना चाहती हूं दुनिया देखना चाहती हूं मां मैं तो
Read Moreश्रमिक की व्यथा कैसी होती है, दिन भर वह मेहनत करता है, फिर चार पैसे कमा पाता है, ज्यादा हो
Read Moreजीवन के आपाधापी में, यह सोच न पाया कि जीवन क्या है? क्या बुरा किया क्या भला किया, कैसे बीत
Read Moreडेमोक्रेसी क्या है, प्रियतम के वादों की तरह होती है, प्रियतम के वादे तो पूरे हो जाते है, पर डेमोक्रेसी
Read Moreयूं तो मौसम चार होते हैं, हर 5 साल बाद पांचवा मौसम आता है, वह चुनाव का मौसम कहलाता है।
Read Moreआ गया बसंत का मौसम, लग गए आम में बौर। उनकी खुशबू लुभाने लगी, हरे हरे पत्तों में झांकती पीले
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