कहाँ आधार जीवन का
कहाँ आधार जीवन का, कहाँ है केंद्र जीवन का; तरंगित उर किया सबका, दिखा कब हिय किया उसका. नयन
Read Moreकहाँ आधार जीवन का, कहाँ है केंद्र जीवन का; तरंगित उर किया सबका, दिखा कब हिय किया उसका. नयन
Read Moreखुश हैं कि जैसे जग में मिला सभी कुछ हुआ; नज़रों की नज़्म सुनके, खुलासा था कुछ हुआ.
Read Moreकुछ दिन पूर्व रचित मधु गीत (बंगला – हिन्दी रूपान्तर के साथ, हिन्दी व उर्दू ) द्वारा भाव गंगा में डुबकी लगाइए:
Read More२३ जून २०१४ सोमवार हंवर नदी तट पर (कनाडा) 1. आनन्द में अभिभूत हो, कुछ सृष्टि जग में हो गयी;आलोक्य
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