ग़ज़ल
आप बहरे हैं ये गनीमत है । बोलने की हमें तो आदत है । बात करते थे फूल झड़ते थे,
Read Moreसकल विश्व की पीड़ा साथी मिलकर दूर भगानी है। अभिवादन का मंत्र पुराना ही हमको अपनाना है एक फासला बहुत
Read Moreअजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम। जनमानस के बीच में, नेता है बदनाम।। नेता है बदनाम, रात-दिन
Read Moreमुद्दत से चाहते थे वो हो गयी हमारी। समझो न इसको कोई बाज़ीगरी हमारी। वो कह रहे हैं हमसे मरते
Read Moreप्रणय निवेदन भेज रही हूं, कर लेना स्वीकार प्रिये। मेरी हर धड़कन साँसों पर कर लेना अधिकार प्रिये। ढूंढ रहे
Read Moreसृष्टि का एक तू ही स्वामी है। बात भोले तेरी ही निराली है। सत्य ही शिव है और सुंदर भी।
Read Moreकुंडलियाँ छ्न्द…. नेकी करना हो गया, बहुत बड़ा अभिशाप। इस कलियुग में है नही, इससे बढ़कर पाप। इससे बढ़कर पाप,
Read Moreगर्म बहुत हालात किये कुर्सी के पहरेदार ने। आरक्षण की खातिर मिलने वाले उस अधिकार ने। कौन धनी है ऋण
Read More#जिद्दी_लल्ला….😊 रूठ गयो है कान्हा मेरो थकी मना महतारी। माखन मिस्री से न माने लगी बुरी लत भारी। जिद कर
Read Moreअटल क्यूँ मौत होती है मौत भी आज है रोई। बिलखती भारती माँ है लेखनी मौन हो सोई। बड़ा गमगीन
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