वक्त
अब तो खत नही आते, अब तो खत नही जाते, जो दिल से निकलते थे, अब वो बोध नही आते।
Read Moreकहीं सूखा, कहीं पर बाढ़, बहुत बेकार लगता है। घुटे प्रतिछन जब जिनगी, बुरा संसार लगता है।। भरी नफरत दिलों
Read Moreमाँ की जितनी अंगुली जलती, उतनी ही ,फुलती रोटी है, सच कहता हूँ दुनियाभर मे, तभी तो माँ ,प्यारी होती
Read Moreकवियों के साथी सच्चे, आज अटल जी नहीं रहे। सादे जीवन उच्च विचार के, थे योद्धा अब नहीं रहे।। सावन
Read Moreभारत माता रक्त माँगती ,है अपने वीर जवानों से । हे वीरो तलवार निकालो, अब अपने मयानो से ।। बहुत
Read Moreडालो इधर से कि अपना बुढ़ापा, उधर से जवानी छलक आयेगी। मेरे देश के है युवा की जुबानी, आलू से
Read Moreतुम रूलाते बहुत हो !! अब भी मेरी नजरो मे,आते बहुत हो । हे श्याम हमको,तुम रूलाते बहुत हो।। धूप
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