अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मन की बात
मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना है। उसमें भी नारी को उसने भिन्न आकार, रूप और दायित्व प्रदान कर उनका स्थान
Read Moreमनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना है। उसमें भी नारी को उसने भिन्न आकार, रूप और दायित्व प्रदान कर उनका स्थान
Read Moreये बात मुझे समझ में नहीं आ रही है कि आजकल टीवी पर एक विज्ञापन में ‘क्या चल रहा
Read More“”गर्व से बोलो,मैं भारतवासी हूँ। प्रत्येक भारतीय मेरा भाई है। भारतवासी मेरे प्राण हैं। भारत के देव-देवियाँ मेरे ईश्वर हैं,
Read Moreचुनावी वायदे करके सदा मुकरने का सियासी चाल है ये,अपना पेट भरने का वो ज़िन्दगी का कभी लुत्फ़ ना उठा
Read Moreनए स्वप्न हैं,नई उमंगें.. उठी हैं दिल में नई तरंगें.. लेकर अपने साथ, अपार हर्ष आया है। करो स्वागत, नववर्ष
Read Moreबापू जी सिखला गए,सरल सभ्यता ग्राफ। घर हो चाहे देश हो, रखना प्यारे साफ।।1 घर-आँगन चिकना दिखे,करे लक्ष्मी बास। कूड़ा-करकट
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