बेटियां
मोम की गुड़िया सी कोमल होती है बेटियां माता पिता के दुलार में पलती है बेटियां अनजान घर की बहू
Read Moreहे माँ मुझे, रोशनी दे ज्ञान की दूर कर अज्ञानता हाथ में वीणा पुस्तक मोर पंख सुशोभित मस्तक, तू ज्ञान
Read Moreसबको शिक्षा पानी है, शिक्षा का अधिकार हमारा शिक्षा की ज्योति जलेगी, हर बालक बालिका पढे़गी होगा ज्ञान का खूब
Read Moreतितली हूँ मैं प्यारी सी, उड़ती हूँ मैं न्यारी सी खाना खाती फूलों में झूला झूलती फूलों में चाल है
Read Moreसंघर्ष जीवन में अनेक नित नये अनुभूतियां कराते है। सूर्य स्वयं जलकर सारे संसार को प्रकाशित कर देता है जैसे
Read Moreबेटियां हिमालय की चोटियाँ हैं बेटियां पतित पावनी गंगा है बेटियां प्रेरणा की मूरत होती हैं बेटियां समर्पण की सूरत
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