कविता : प्यार
प्यार रिश्तों की धरोहर है, और इस धरोहर को बनाये रखना हमारी संस्कृति एकता और अंखडता है। यह अनमोल है।
Read Moreप्यार रिश्तों की धरोहर है, और इस धरोहर को बनाये रखना हमारी संस्कृति एकता और अंखडता है। यह अनमोल है।
Read Moreहे माँ मुझे, रोशनी दे ज्ञान की दूर कर अज्ञानता हाथ में वीणा पुस्तक मोर पंख सुशोभित मस्तक, तू ज्ञान
Read Moreसबको शिक्षा पानी है, शिक्षा का अधिकार हमारा शिक्षा की ज्योति जलेगी, हर बालक बालिका पढे़गी होगा ज्ञान का खूब
Read Moreतितली हूँ मैं प्यारी सी, उड़ती हूँ मैं न्यारी सी खाना खाती फूलों में झूला झूलती फूलों में चाल है
Read Moreसंघर्ष जीवन में अनेक नित नये अनुभूतियां कराते है। सूर्य स्वयं जलकर सारे संसार को प्रकाशित कर देता है जैसे
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