कविता

विरह

प्रियतम तुम आयी थी, जीवन को महकाने, सूनी आँखो में फिर से नये सपने सजाने। वह बसन्त की स्वर्णिम बेला,वह मादक अँगडाई, दरवाजे पर घनी छाँव में , वह झूला पुरवाई। कुछ हरषाती तुम जब मुस्कुराती, भाव प्रसून चढ़ाती, इस अन्जाने की चाहत में, शोख अदा बलखाती। परिणय की उस आकाँक्षा को, ठण्डक लगी जगाने, […]

कविता

कविता : प्यार

प्यार रिश्तों की धरोहर है, और इस धरोहर को बनाये रखना हमारी संस्कृति एकता और अंखडता है। यह अनमोल है। प्यार अमूल्य निधि है, इसकी अनुभूति किसी योग साधना से कम नहीं इसके रूप अनेक हैं लेकिन नाम एक हैं। प्यार निर्झर झरनों की तरह हमारे दिलों में बहता रहे यही जीवन की धरोहर है […]

कविता

अंतरात्मा

मेरा संबंध तुमने अंतरात्मा का है। हाँ बाहृा जगत में हम पृथक ही सही, न दिखे ये रिश्ता जग में कहीं मन का जुड़ाव मन से तो है । मेरा संबंध तुमने अंतरात्मा का है। भू से अंबर तक हर जगह तुम मेरी नजरों में हो। मेरी हर धडकन में तुम जैसे हवा का संचार, […]

सामाजिक

दहेज लोभी

जूही ,चम्पा, चमेली सी खिली हाथों में मेंहदी लगाये आँखो में अनगिनत सपने सजाये, माँ की लाडली पिता की दुलारी लाल जोडे़ में सजी सिमटी सकुचाई सी मण्डप पर बैठी थी अभी सात फेरे भी नहीं हुये थे कि दहेज के लालच में एक क्षण में सब कुछ बदल दिया। जब दुल्हे के पिता ने […]

कविता

बेटियां

मोम की गुड़िया सी कोमल होती है बेटियां माता पिता के दुलार में पलती है बेटियां अनजान घर की बहू बनती तब भी बेटी का ही रूप होती है बेटियां खुदा की सौगात ,जमा पूंजी का ब्याज सी होती है बेटियां दिन का चैन और रातों की नीद भी उड जाती है जब जवान हो […]

भजन/भावगीत

सरस्वती वंदना

हे माँ मुझे, रोशनी दे ज्ञान की दूर कर  अज्ञानता हाथ में वीणा पुस्तक मोर पंख सुशोभित मस्तक, तू ज्ञान है विधाता ओ ममतामयी, करूणामयी इतनी कृपा मुझ पर पर करना मैं सदा चारी बनूँ। सत्य के पथ पर चलूँ विऱोध करूं अन्याय का मुस्किलो से ना डरो दे शक्ति मुझे माँ सरस्वती । आलस्यता […]

मुक्तक/दोहा

दोहे

जैसे भी हो जोड़िये,दिल से दिल के तार। निजता में होती नहीं, कभी जीत या हार।। शीशे के घर में नहीं, मिल सकता है चैन। पत्थर रोज उछालते, लोग यहां दिन रैन।। अपनी भाषा से मिला,अपनी माँ का प्यार । अपनापन से मिलता है, सबका पारावार।। भाई चारा खो गया, स्वारथ का बाजार। आम आदमी […]

कविता

सबको स्कूल जाना है

सबको शिक्षा पानी है, शिक्षा का अधिकार हमारा शिक्षा की ज्योति जलेगी, हर बालक बालिका पढे़गी होगा ज्ञान का खूब संचार, मिटे अशिक्षा-अत्याचार। शिक्षा ज्ञान बढायेगी, मंजिल तक पहुंचायेगी शिक्षित बने हर परिवार मिला है शिक्षा का अधिकार सरकारी स्कूल में जाना है अपना ज्ञान बडाना है एनसीईआरटी की किताबे लानी है, सरकार की योजना […]

कविता

प्यार

प्यार रिश्तों की धरोहर है, और इस धरोहर को बनाये रखना हमारी संस्कृति एकता और अंखडता है। यह अनमोल है। प्यार अमूल्य निधि है, इसकी अनुभूति किसी योग साधना से कम नहीं इसके रूप अनेक हैं लेकिन नाम एक हैं। प्यार निर्झर झरनों की तरह हमारे दिलों में बहता रहे यही जीवन की धरोहर है […]

बाल कविता

बालगीत – प्यारी तितली

तितली हूँ मैं प्यारी सी, उड़ती हूँ मैं न्यारी सी खाना खाती फूलों में झूला झूलती फूलों में चाल है मेरी न्यारी सी, तितली हूँ मैं प्यारी सी, बहुत दूर से आती हूँ, बच्चों के मन भाती हूँ, लगती हूँ मैं सुन्दर सी, तितली हूँ मैं प्यारी सी, पंख है मेरे रंग – बिरंगे लगते […]