गीत- ****फूल तुम्हारी राह में****
मैंने चुन-चुन सदा बिछाये फूल तुम्हारी राह में. फिर आया है कैसे कोई शूल तुम्हारी राह में? किसी तरह की
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Read Moreआओ हम बात करें आओ हम बात करें. कभी कभी उत्तर दें कभी सवालात करें. बातें हों काम की. बातें
Read Moreसाँसों में कस्तूरी महके मन हो हिरन हमारा. तुम बहार बनकर आ जाओ महके चमन हमारा. हर दूरी से हो
Read Moreमुझको कितनी चाह तुम्हारी। हर पल देखूँ राह तुम्हारी।। मन करता है गीत सुनाऊँ। और सुनूँ मैं वाह तुम्हारी।। आहत
Read More****पिता**** माँ का हर श्रृंगार पिता। बच्चों का संसार पिता।। माँ आँगन की तुलसी है। दर के वंदनवार पिता।। घर
Read Moreगीत- ****पूरी कहो कहानी**** कुछ कहता है चित्र तुम्हारा कुछ तुम कहो ज़ुबानी। कुछ न छिपाकर रक्खो दिल में पूरी
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