जनाज़ा
कुछ नया कुछ पुराना कोई अपना कोई बेगाना सब साथ हो लिये जब जनाजे को कंधे पर उठाया गया उस
Read Moreरूह निकल गयी तन से मन घुमता है गली गली सुन रहा है अपना अतीत लोगों के मुँह से बुरी
Read Moreकुदरती कहर किसान की किस्मत को कब्रिस्तान पहुँची दी प्रशासनिक पाश्चाताप से पाट दिये पत्रकार अखबारों का पन्ना हाय तौबा
Read More