कविता

सरकारी उदासीनता

कुदरती कहर
किसान की किस्मत को
कब्रिस्तान पहुँची दी
प्रशासनिक पाश्चाताप से
पाट दिये पत्रकार
अखबारों का पन्ना
हाय तौबा मचाते रहे
हर किसान हलक में
हलाहल पीकर
हालात ऐसे हुए कि
हाँथ की लकीर हार गयी और सरकारी हुंकार
हँसा हँसा कर
कृषक को मार गयी

कन्हैया प्रसाद तिवारी

परिचय कन्हैया प्रसाद तिवारी भूतपूर्व वारंट अफिसर भारतीय वायु सेना पता हथडीहाँ रोहतास बिहार

One thought on “सरकारी उदासीनता

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    सच्ची अभिव्यक्ति

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