गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 17/05/202417/05/2024 ग़ज़ल हम कभी मिलते नहीं हैं दिन रहे या रात मेंहम बहारों में जुदा थे हम जुदा बरसात में मैं अकेला Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 03/05/202403/05/2024 ग़ज़ल एक बिन्दु आर का एक बिन्दु पार काचाहते मिलन मगर रेख-पथ न प्यार का प्यार का निबाह भी है मिज़ाज Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 10/04/202410/04/2024 ग़ज़ल बो दिया खेत है फ़सल जब होहो गया इश्क़ है ग़ज़ल जब हो दे रहा इम्तहां मुहब्बत काधन्य है ज़िंदगी Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 07/03/202407/03/2024 ग़ज़ल कभी सुख, दुख, अँधेरे, रोशनी मेंहज़ारों मोड़ आए ज़िंदगी में नहीं था जिस्म का ही मामला कुलबहुत कुछ इल्म भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 12/02/202412/02/2024 ग़ज़ल नींद में भी गुलाब देखन से आँख माने न ख़्वाब देखन से वो तमाशा जवाब में पाया मैं हुआ लाजवाब Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 17/01/202417/01/2024 ग़ज़ल ये न था सिल अधर मुकर बैठामुझ प’ दो शब्द में कँहर बैठा हैसियत कुछ नहीं बची उसकीयार औक़ात पर Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 03/01/202403/01/2024 ग़ज़ल समय है ज़िंदगानी का कि मेहमां है कि मौसम हैविदाई जा रहे को आ रहे का ख़ैर-मक़्दम है तमन्नाएँ हज़ारों Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/12/202308/12/2023 ग़ज़ल निष्फल, भरना आह न छोड़ेपागल है दिल चाह न छोड़े प्रेमनगर से पहले रहज़नप्रेम-पथिक पर राह न छोड़े मन का Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/11/202308/11/2023 ग़ज़ल डगर-दर-डगर पैर जाते रहेनदी जब मिली तैर जाते रहे सफ़र में मिली जब सुहानी जगहघड़ी-दो-घड़ी ठैर जाते रहे मुझे टोकते Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/06/2023 ग़ज़ल लगी चोट जब प्रेम-पथ आ गया था तुम्हारे लिए एक रथ आ गया था अजब रास्तों, मंज़िलों की पहेली कहाँ Read More