मुक्तक
नदिया का मकसद, मीठा जल ले जाना,पशु पक्षी मानव, धरा की प्यास बुझाना।समन्दर की चाहत, बस नदिया को पाना,नदिया का
Read Moreपंद्रहवीं सदी में महान धार्मिक संत कबीर ऐसे काल में अवतरित हुए जब इस्लाम व सनातन धर्म के अनुयायियों में
Read Moreघाव में मरहम लगाना, अपने खुद ही सीखिये,तन्हा वक्त कैसे कटे, खुद से खुद ही सीखिये।दोस्त आयेंगे मरहम लगाने, जख्मों
Read Moreवह दौर पुराना बचपन का, याद आज भी आता है,छोटे घर संयुक्त परिवारों, याद आज भी आता है।गर्मी की शामों
Read Moreकल तक बैठे कोस रहे थे, जो राफेल की ताक़त को,बिल के अन्दर छिपे देख, राफेल से आयी आफ़त को।दिखा
Read More