जय हिन्द सिन्दूर
कल तक बैठे कोस रहे थे, जो राफेल की ताक़त को,बिल के अन्दर छिपे देख, राफेल से आयी आफ़त को।दिखा
Read Moreकल तक बैठे कोस रहे थे, जो राफेल की ताक़त को,बिल के अन्दर छिपे देख, राफेल से आयी आफ़त को।दिखा
Read Moreसच कहा बिलावल तुमने, पाकिस्तान के अन्दर लड़ोगे,सीमा पर तो भारतीय फौज, क्या खाकर उनसे लड़ोगे?सिन्धु सतलुज नदीयाँ हमारी, सिन्धु
Read Moreहै बहुत कुछ पास मेरे, पर मेरा कुछ भी नही,मेरा मेरा सब करें, पर साथ जाता कुछ भी नहीं।मृगतृष्णा में
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