कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 27/11/201425/11/2014 लौ जीने के लिए तुम्हें याद करता हूँ गम ए जाना से फर्याद करता हूँ तन्हा ही जलता हैं अंधेरें Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 26/11/201422/11/2014 हीरे का नग तुम मुझसे हो अलग रहे हो बेवफा से क्यों लग रहे हो कहे थे कई जन्मों तक साथ रहोगे Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 26/11/201422/11/2014 गुस्ताख़ी आज पन्ना है सहमा हुआ डरा स्याही का क़तरा हुआ गम ए इश्क़ आ सीने से लग जा ज़रा दिल Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 25/11/201422/11/2014 न्योंछावर ख्वाब सा तेरा आना फिर चले ज़ाना मैं तो बन गया हूँ एक अफ़साना वो कौन है लोग पूछने Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 25/11/201422/11/2014 करार तुम मुझसे कभी न होना बेजार फिराक के नज़र न आये आसार मेरी निगहीँ के भीतर तुम रहते ही Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 24/11/201422/11/2014 शायरी मेरी शायरी मे तेरा ही ज़िक्र है तेरी ही याद है तेरी ही फ़िक्र है कह तो दिया मैने Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 24/11/201422/11/2014 पूजा तुम मुझसे कहाँ जुदा हो तुम तो मेरे अब खुदा हो दरिया सा तेरी ओर बह रहा हूँ तुम्हारी Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 23/11/201420/11/2014 घना सहरा चाँद सा जिसका सुंदर चेहरा है उसकी चाँदनी ने मुझे आ घेरा है हर तरफ उजाला सा लगता है Read More
गीतिका/ग़ज़ल किशोर कुमार खोरेंद्र 23/11/201420/11/2014 कश्मकश उनकी नफरत में भी प्यार बहुत छुपा हुआ था दर्द अब तक है जो एक कांटा गहरा चुभा हुआ Read More
कविता किशोर कुमार खोरेंद्र 22/11/201420/11/2014 मंझधार बिना शब्दों के तुझे लिखने लगा हूँ क्षितिज से मै तुझे दिखने लगा हूँ शमा बनकर तू जल उठी Read More