क्षणिकायें… 1-मुझे छेड़ो मैं साज हूँ सुनो एकांत में मैं तुम्हारे ही दिल की आवाज हूँ 2-मन रोज लिखता
Read Moreगुलमोहर के खिले हुए फूल मुरझाने से पहले तुम्हें देखना चाहते है गिरती हुई पंखुरियाँ तुम्हारे बालों में उलझन
Read More1-खुशी रास्ते में मिले पेड़ नदी और सागर लेकिन खुश हुआ एक दिन मैं तुम्हें पाकर 2-रास्ता मेरा सिर्फ
Read More१-तेरा पता तुम्हें खत रोज लिखता हूँ तेरा पता मालूम नहीं तेरी खुश्बू से महकता हूँ रूबरू तुझसे मिला नहीं
Read Moreजबसे तुझ पर आ गया है मेरा मन वियोग में मेरी रूह हो गयी है आवारा मेरा मन हो
Read Moreतेरे प्यार में निरंतर यादों के दीये सा जल रहा हूँ तेरे प्यार में सदा इंतज़ार के मोम सा
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