रिश्ता
शिविका से मिलना क्या हुआ, मौसम गुलाबी हो गया! हर सोमवार को सुबह ठीक साढ़े आठ बजे वह आती थी.“आंटी
Read Moreलड़की और बेल के बढ़ते देर नहीं लगती. देखते-ही-देखते घर-घर बर्तन-झाड़ू-फटका करने वाली कौशल्या विवाह के योग्य हो गई. मौसम
Read Moreरमेश से शादी के बाद पहली बार शहर आई नीलम आज बहुत खुश थी-“अरे नई-नवेली बहू है, होली नहीं मनाएगी
Read Moreसाधु की संगति है सुखदायी,करती शुभ और संकट हरती,साधु का ज्ञान देखो, वेष मत देखो,साधु की संगति शुभ भाव भरती।
Read Moreप्रेम व्याप्त है जग में यहां-वहां-सर्वत्र,प्रेम ही बनाता-बनवाता है इष्ट-मित्र,प्रेम-सा नहीं है अनमोल भाव इस जहां में,प्रेम ही है सबसे
Read Moreहो समर्पण, भावों का भावों से मेल हो,प्रेम का अभिसिंचन न कोई खेल हो,पावन प्रेम हो गंगा के पावन घाट-सा,प्रेम
Read Moreप्रिय लिज़,सदा खुश रहो,आज तुम “ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम” की कैप्टिन हो, लेकिन आज तुम्हें एक विशेष बात बता रहा
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