फागुन की मस्ती
फागुन का महीना आया,मस्ती का मौसम साथ है लाया,गेहूं चना की फसल पकी है,खुशहाली की आस जगी है।रंग-रंग के फूल
Read Moreफागुन का महीना आया,मस्ती का मौसम साथ है लाया,गेहूं चना की फसल पकी है,खुशहाली की आस जगी है।रंग-रंग के फूल
Read Moreचूं-चूं करती चौबारे पर,एक गौरैया आई,मुझको बड़ी बहिन समझ उसने मुझे,अपनी व्यथा सुनाई।खेतों में विष भरा हुआ है,ज़हरीले हैं ताल-तलैया,दाना-दुनका
Read Moreआज सुबह हमारी खिड़की के चौबारे पर एक गौरैया आई,मैं बता नहीं सकती कि, मैंने कितनी खुशी पाई!मैं रसोईघर से
Read More“सीमा, अचानक खामोश क्यों हो गई हो बिटिया? वीरता से दुश्मन का सामना करते हुए रंजन की वीरगति ही कहीं
Read More“ये अंधेरा और इतनी उदासी किसलिए?” प्रकाश ने घर में आते ही ट्यूब लाइट ऑन करते ही किरण का मुरझाया
Read More“नौ महीने तक जिसको धरती के समान धैर्य से गर्भ में धारण किए रखा और पांच साल जिस बेटे को
Read Moreजय जवान, जय किसान,दोनों का है काम समान,जवान देश का रक्षादाता,अन्नदाता है किसान महान।भेदभाव की कारा तोड़ो,भारत जोड़ो, भारत जोड़ो,संस्कृति
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