“हाइकू”
लहराती हैं डालियाँ लदे फूल पीले सरसों॥-1 सूखे पत्ते हैं लटके लटके से आ रे बसंत॥-2 सूर्य निकला घास सेंकती
Read More“डोर पकड़े हाथ” अरमान बेईमान हम ठहरे नादान बांवरी भीड़ है नदी में नीर है घहरा गई बिहान छोड़ गई
Read Moreकजरी का झुंझलाकर चलना, रास्ते भर अनाप- सनाप बड़बड़ाना उसे तो क्या किसी के भी समझ में नहीं रहा था।
Read Moreखिचड़ी ही लोहड़ी कहीं, पर्व मकर संक्रांति काले तिल में गुड़ मिला, पथ्य सर्व सुख शांति पथ्य सर्व सुख शांति,
Read Moreहिंदी बिंदी शालिनी, मेरा हिंद महान वाणी वीणा सादगी, माने सकल जहान माने सकल जहान, हिंदी की दरियादिली सब करते
Read Moreबड़े भोरे भोरे बुढ़ौती में ई टेंघना आज कौन कारज हिला दिए रमई भाई, कोई विशेष प्रयोजन? दुवारा बहारते हुए
Read More