“अहसास”
” कहानी…… अनायास ही हंसी आ जाती है | अतीत की बातें कभी सोचकर तो कभी सुनकर | जब हर
Read Moreबह्र, 2122, 2122, 2122, 212 मोहना तोरी बंसी है, चाह चित मोरी बसी चोर जाते हो कन्हाई, राग सखियों की
Read Moreबरसि जा रे बदरा मोर अँगनईयाँ मचल जा रे भौंरा मोर अमरइयाँ आके बरस मोर अंगना रे बदरा चंपा चमेली
Read Moreचित्र अभिव्यक्ति…… साथी मेरे सीप का, मोती मत विखराय स्वाती मेरे नैन से, नाहक मत बरसाय नाहक मत बरसाय, जानती
Read Moreशिर्षक- ताल,सरोवर, पोखर ,तड़ाग ,तालाब) ताल तलैया भर गए, बहे सरोवर वाढ़ कहि सुखी सी बादरी, वर्षा तड़क अषाढ़। हाहाकार
Read Moreविधा — वाचिक राधा छन्द, मापनी —2122 2122 2122 2 फिर चली है आज आँधी, जुल्फ लहराई। हुश्न हाबी हो
Read Moreअजीब अजीब दृश्य देखने को मिल जाते हैं झरनों, पहाड़ों, झील व कंदराओं में, हैरत की बात नहीं है
Read Moreमन भाए मेरे बदरा, भिगा जा मुझे छाई कारी बादरिया, जगा जा मुझे मोरी कोरी माहलिया, मुरझाई सनम रंग दे
Read Moreजब खुद से मानव जुड़े, तब मिलता इंसान ईद दीप नेकी खिले, जब हँसता इंसान जब हँसता इंसान, ताकत तन
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