गरमी के सुर ताल
सुना रही है जिंदगी,पतझर वाले गीत,अब बहार सूझे नहीं,इस गर्मी में मीत। गरमी से बेहाल हैं ,नर नारी आबाल,उनको झटपट
Read Moreसुना रही है जिंदगी,पतझर वाले गीत,अब बहार सूझे नहीं,इस गर्मी में मीत। गरमी से बेहाल हैं ,नर नारी आबाल,उनको झटपट
Read Moreहोली के रंग में रंगा ,खुश हो शहर तमाम,खुशियाँ झूमीं हर तरफ,नाच उठे गुलफाम,नाच उठे गुलफाम,ढोल बज उठे सुहाने ,
Read Moreबोलो झूठ कभी नहीं ,ऐसा मत दो ज्ञान झूठ बोलते जो सदा ,वो पाते सम्मान वो पाते सम्मान ,झूठ को सदा भुनातेसच
Read Moreखुशियां ले के आया साल ,चीकू मीठी हुए निहाल। मीठा सबने खाया खूब ,देखो भैया भर भर थाल। आया जाड़ा
Read Moreजीवन के हर जंग को ,लड़ता सीना तान,हार न माने जो कभी,अलग वही इंसान । —इम्तिहान लेती रही ,जीवन की
Read Moreछुई मुई सी फुलझड़ी ,जब करती है शोर,हो जाते हैं फुस्स तब ,ये बम आदमखोर। शोख फुलझड़ी कर गई ,रंगों
Read Moreजीवन में मिलते रहे ,सुख दुख वाले फूल ,एक बार कंटक मिला ,आए याद उसूल। कैसे कह दूँ बोलिये ,कब
Read Moreमन के भीतर छल भरा,ऊपर मीठे बोल , इनसे बचना साथियों ,ये मिथ्या के घोल। — अपने दिल नादान पर,कब
Read Moreअदरख वाली चाय से ,मन का मिटे विषाद ,बन्दर भालू जी कभी ,ना जाने ये स्वाद,ना जाने ये स्वाद,सदा उनको
Read More