लेख– बजट में क्या बहुरेंगे किसान और बेरोजगारों के अच्छे दिन?
एक कहावत है, उत्तम खेती, मध्यम व्यापार, वर्तमान में खेती भी खतरे से खाली नहीं है। कुशल जीवन व्यतीत करने
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Read Moreबड़ी उम्मीद के साथ उम्मीदों से भरे प्रदेश की जनता ने भाजपा का कमल बीते वर्ष खिलाया होगा, क्योंकि पिछले
Read Moreडॉ दादूराम शर्मा ने गणतंत्र को परिभाषित करते हुए लिखा है- नेता-अफ़सर पाट दो, चक्की है यह तन्त्र। जनगण गेंहू
Read Moreसंविधान हमें जीवन रक्षा का अधिकार ही नहीं देता, समानता और सामाजिक बराबरी की बात भी करता है। तो क्या
Read Moreहमारा देश संस्कृति औऱ सभ्यता प्रधान देश है। जिसमें अनेक त्यौहार ऐसे गूथे हुए हैं, जैसे कि किसी माला में
Read Moreलाभ के पद को लेकर, भ्रष्टाचार को राजनीति से ख़त्म करने निकली आम आदमी पार्टी का छद्म आडम्बर अब खुलकर
Read Moreभारतीय लोकतंत्र का पर्याय चुनाव बन बैठा है। एक राज्य में चुनाव ख़त्म होता नहीं, कि दूसरे राज्य में बिगुल
Read Moreऐसा माना जाता है, शिक्षा व्यक्ति को बेहतर बनाती है, और दूसरों के प्रति संवेदनशील। शिक्षित समाज देश को नित्य
Read Moreजिस दौर में देश की अन्य संस्थाएं चरमरा रहीं हैं। तब इसरो अपनी बुलंदियों से देश की प्रतिष्ठा औऱ गौरव
Read Moreभारतीय सैन्य इतिहास में 15 जनवरी का अपना एक अलग महत्व और स्थान है। 15 जनवरी 1949 को ही हमारी
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