Author: *मनमोहन कुमार आर्य

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द ने न्याय को दृष्टिगत पर सामाजिक सुधार कार्य किए

ओ३म् ऋषि दयानन्द (1825-1883) ने अपना जीवन ईश्वर के सत्यस्वरूप तथा मृत्यु पर विजय प्राप्ति के उपायों की खोज में

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

जीवात्मा स्वस्थ एवं बलवान शरीर को ही धारण करती है अन्य नहीं

ओ३म् हम जानते हैं कि सभी मनुष्यों एवं चेतन प्राणियों के शरीरों मेंएक चेतन आत्मा की सत्ता भी निवास करती

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर अनादि काल से हमारा रक्षक, पालक व सुहृद मित्र है

ओ३म् मनुष्य प्रायः अपने माता, पिता, आचार्यों तथा सगे सम्बन्धियों को ही अपना मानते हैं। ईश्वर के विषय में मनुष्यों

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

माता पिता की सेवा से आशीर्वाद एवं जीवन में सुख मिलता है

ओ३म् मनुष्य एक मननशील प्राणी है। इसका आत्मा ज्ञान व कर्म करने की शक्ति से युक्त होता है। मनुष्य को

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

गाय का दुग्ध एवं इससे बने पदार्थ स्वस्थ जीवन का आधार हैं

ओ३म् परमात्मा ने इस सृष्टि को जीवात्माओं के सुख आदि भोग व अपवर्ग के लिए बनाया है। सृष्टि को बनाकर

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर के सत्यस्वरूप को जानकर ही उपासना करना उचित है

ओ३म् बहुत से मनुष्य ईश्वर को मानते हैं, उसमें श्रद्धा व आस्था भी रखते हैं परन्तु ईश्वर के सत्य स्वरूप

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

हमारा यह जन्म हमारे पूर्व एवं पुनर्जन्म के सिद्धान्त को बताता है

ओ३म् हमारा यह मनुष्य जन्म सत्य एव यथार्थ है। किसी भी मनुष्य को अपने अस्तित्व के होने में कोई सन्देह

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

स्वाध्याय करने से अज्ञान का नाश तथा ज्ञान की वृद्धि होती है

ओ३म् मनुष्य को परमात्मा ने बुद्धि दी है जो ज्ञान प्राप्ति में सहायक है व ज्ञान को प्राप्त होकर आत्मा

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

सभी मनुष्यों को वेद की मर्यादाओं का पालन करना चाहिये

ओ३म् मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। मनुष्य के पास परमात्मा प्रदत्त बुद्धि है जिसका सदुपयोग कर वह उचित व

Read More