ग़ज़ल
ये फैसला तो हो चुका ज्यादा करीब कौनबाकी बचा ये तय करो है खुश नसीब कौन जिनके नसीब में नही
Read Moreधनिया हरी टमाटर लालसिल पर पिस कर करे कमाल संग प्याज के गरम पकोड़ेमिर्च कर रही खूब धमाल मौसम की
Read Moreत्रेता की पावन स्मृति की जग को बोध कराने वालीरावण वध के बाद राम की जय गाथा दुहराने वाली जन
Read Moreपूछता हूँ मैं स्वयं से क्यों अनमना है मनकैसे हावी हो गया हम पर ये अकेला पनखो गए जाने कहां
Read Moreकैसा होता व्यक्तित्व सहज दुनिया को दिखा गए टाटा जीअपने आदर्शों पर चलकर प्रतिमान बन गए टाटा जी स्मृतियां को
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