ईश्वर के साथ आत्मा का संगठन ही योग है -श्रीमद्भगवतगीता
शरीर की स्वस्थता , उपचार एवं सुधार के लिए व्यायाम अत्यंत आवश्यक है । यह हड्डियों को मजबूत बनाता है
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Read Moreयोगा एक पुराना फन है , हुनर है, वादिए शिंद की (सभ्यता) तहजीब की तलाश में एक खुदाई के दौरान कई
Read Moreनशा है पल दो पल का , इश्क शराब की तरह , अहले माज़ी है दोस्तों ,सच अज़ाब की तरह
Read Moreनींद अब नहीं आती , दिल में उतर गया कोई चांद है मद्धम मद्धम , आज संवर गया कोई दिल धड़कता है
Read Moreन रोक ए हम नवा एसे अब तु मेरे आंसु आंखों से मेरी ये समन्दर तो अब बह जाने दे ज़ुल्फों की
Read Moreजी चाहता है कि तेरी यादों से, मैं भी आज,लिपट कर रो लु, दामन तेरा मुक़्क़दर में नहीं, मुक़्क़दर से लिपट कर
Read Moreमेरा अिभमान भी और स्वाभिमान भी हैं मेरे पापा । मेरे घर की खुशियां हैं और बड़ी शान हैं मेरे
Read Moreन शरमा मेरी आंखों को पढ़ मुझसे बात कर, हम दोनों हैं तन्हा यहां कुछ भी तो बात कर, रात
Read Moreयाद कर वो बचपन गाँव का कच्चा मकान कैसा था, दिल से सब ही अमीर थे, पास किसके कोई पैसा
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