भरम या दोस्ती…
भरम या दोस्ती दुआ फ़लसफ़ा ही हुआ। हमें तो बारहां यकीन इश्क़ का ही हुआ।। मन्ज़िलों पे था तेरी नाम
Read Moreभरम या दोस्ती दुआ फ़लसफ़ा ही हुआ। हमें तो बारहां यकीन इश्क़ का ही हुआ।। मन्ज़िलों पे था तेरी नाम
Read Moreगीत संजीवनी सी ये पीड़ा। आधार मेरे सपनों का।। बाटें खुशियाँ दुगनी हों, कहते ही दुःख हो आधा। पीड़ा हो
Read Moreआ कर गले वो इस तरह मिला है। जैसे बाक़ी अभी कोई गिला है।। ए दिल तय करनी होगी लम्बी
Read Moreदिल की गिरह में जो दबी सी थी। याद शायद वो आपकी सी थी।। कच्चे आँगन में यारियाँ पक्की। ज़िन्दगी
Read Moreजबसे देखे हमने तेरे रुख पे गुलालों के रंग। धुल गये दिल से जैसे सारे मलालों के रंग।। कितनी एतिहात
Read Moreहर एक लम्हा लगा था यूँ कि शायद अब करार आए। इसी उम्मीद के सदके उमर सारी गुज़ार आए।। निभाया
Read Moreबाँध गले में टाई, सिर पर सेहरा धर कर ऐंठे हैं। ब्याह रचाने मिंया गधे जी, मंडप में आ
Read Moreयूँ तो हमेशा ही ये लब, ये आँख मुस्काती रही। दिल से रोने की मगर आवाज़ संग आती रही।।
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