जिंदगी की सच्चाई
जिंदगी है मिली चार दिन की महज़ ।शुक्र कुछ तो ख़ुदा का अदा कीजिए ।।जिसने बनाई हमारे लिए ये खूबसूरत
Read Moreजिंदगी है मिली चार दिन की महज़ ।शुक्र कुछ तो ख़ुदा का अदा कीजिए ।।जिसने बनाई हमारे लिए ये खूबसूरत
Read Moreगोवर्धन धारी, हे त्रिपुरारी, दर्श तेरा मुझे भाता,राधा दामोदर , मोर मुकुट धर, तेरी महिमा मैं गाता ।लगी हिय में
Read Moreहर घर के होते अपने कुछ नियम और संस्कार,प्रेम एकता से ही संवरता “आनंद” सुखी परिवार,सभी बच्चों से अभिभावक करते
Read Moreभाल चमकता स्वर्ण मुकुट हिमालय जिसका,बहती पावन निर्मल गंगा-यमुना नदियों की धारा है,हम शीश नहीं झुकने देंगे कभी भी मातृभूमि
Read Moreतन मन हो उठा पुलकित स्वर्ग धरा पर उतरा हो,शिव- शिवा की भक्ति में जन समूह उमड़ा हो,हर हर हर
Read Moreविरह दूर करो हे नाथ ! अब तो मेरा,सता रहा है अज्ञान का घनघोर अंधेरा,जानता हूं, मैं हूं एक अंश
Read Moreघिर घिर बदरी छाई, अंबर से बरसे बूंदों की फुहार,मन भावन ऋतु बरखा लाई, सावन में अमृत की बहार,“आनंद” मग्न
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