खून ,खानदान और विज्ञान
आज हम चाहे जितना विकास का डंका बजा दे, चाहे जितना भौतिकता की सुख का आनंद ले रहे हो पर
Read Moreआज हम चाहे जितना विकास का डंका बजा दे, चाहे जितना भौतिकता की सुख का आनंद ले रहे हो पर
Read More‘कल क्या होगा न मैनै देखा न तुमने , आज की हम करें बात , ओछी सोच को त्यागकर, सच्चाई
Read Moreकभी आपने सोचा? अपने अपनों से दूर, रिश्ते हो गये हैं कितने लाचार और मजबूर । किसी को एक दूसरे
Read Moreमैं वक्त नहीं हूं जो बदल जाऊँगा , मैं इंसान हूँ, बस ईंशानियत ही निभाऊंगा। करता हूँ वही जो ज़मीर
Read Moreआत्मविश्वास को करो मजबूत, ताकि भाग जाए डर की भूत। आत्मविश्वास को बनाओ हम सफर, ताकि संकट का ना हो
Read Moreवो बीते पल बहुत तड़पती है, जब याद तुम्हारी आती है। मेरी आंखों में समाए दृश्य, चुपके से कुछ कह
Read Moreये तो यथार्थ है एक दिन है मरना, तो फिर काहे का है मरने से डरना जीवन जियो बिंदास ना
Read Moreएक व्यक्ति था जो बहुत ही नेक था। सहयोग और सहानुभूति का मिसाल था। खुद को कष्ट में डालकर तन
Read Moreक्या आपने सोचा कि हम अपने व्यस्त जीवन में क्या पा रहे है और क्या खो रहे है? नहीं सोचा?
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