कविता : ये कवितायें क्या होती हैं
ये कविताएँ तुषार बूँदों सी कोमल मन रुपी कमल पत्र से बहती हुई मनोवेगों की उत्तेजना है, सुख दुःख से
Read Moreये कविताएँ तुषार बूँदों सी कोमल मन रुपी कमल पत्र से बहती हुई मनोवेगों की उत्तेजना है, सुख दुःख से
Read Moreकमसिन कामिनी कमनीय कटि सकुच समर्पण सुकुमार सुकृति। लावण्य लावणी लोचन लुभावनि चपल चितवन चितचोर चलि। दामिनी दमकी
Read Moreआज की नारी, न जाने कितनी विपत्तियों से गुजरी, न जाने कितनी आलोचनाओं को बर्दाश्त किया, न जाने कितने दुर्व्यवहार
Read Moreबीत गया ज़माना जब मिले थे कभी किसी रहगुज़र पे पर आज भी उस याद की कसक मेरे दिल पर
Read Moreवर्तमान स्थिति– ईमान ख़त्म हुआ है पर अभी भी ईमान की दुहाई दी जाती है, नारियों का अपमान होता है
Read Moreअल्मारी में बंद धूल की परत चढ़ी कांच में से झाँकती पुस्तकें बोल रहीं– “कभी मैं तुम्हारी एकांत की साथी
Read More“चाँद तुम इतने तनहा क्यों हो?” ऐ चाँद !! मैं रोज़ छत पर जाती हूँ तुम्हें निहारती हूँ तुमसे बात
Read Moreजीवन में मौन का बहुत अधिक महत्व है। स्वयं में परिवर्तन लाने का सर्वाधिक सरल उपाय मौन रहना है क्योंकि
Read Moreमैं दूर नहीं हूँ तुमसे मैं तरस रही हूँ कबसे क्या दिल मेरा न भरोगे मुझसे कब बात करोगे। पल-पल
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