दोहे
फैल रहा संसार में, बड़ा भयंकर रोग । नजरों से नजरें मिला, झूठ बोलते लोग ।। निर्मोही मोही बने, धरे
Read Moreमुश्किलें हैं जितनी चाहे, हो गई बंद सारी राहें, तो भी जीना सिर उठाएँ, एक आश अभी भी बाकी है।
Read Moreजब ते निहारा तोरा,चंदा सा सुहाना मुख, मोरे जियरा में जाने, कैसी लगी आग है | ऐसी में मगन भई,
Read Moreऐरे कान्हा मेरे, एक सहारा तेरा दूजा कोई नहीं, इस जहां में मेरा । तुझ संग प्रीत है जोड़ी मैनें
Read Moreआशुतोष वर देते, सारी पीड़ा हर लेते, सुरासुर देव शिव, सर्वहितकारी है | तन पे लगाएं भस्म, शिखर सजाएं चन्द्र,
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