कहानी – माँ के प्रेम का चमत्कार
कुंती के विवाह को चार साल हो चुके थे, पर उसके कोई संतान न थी। उसके ससुराल के लोग उससे
Read Moreकुंती के विवाह को चार साल हो चुके थे, पर उसके कोई संतान न थी। उसके ससुराल के लोग उससे
Read Moreप्रभु से बड़ा है प्रभु का नाम सिर नवा लो प्रभु के धाम। कोमल किश्ती पार करेंगे हम सबके प्यारे
Read Moreमेरे प्रभु राम जी कब दोगे तुम मुझको दर्शन। बीती जाए उमरिया मेरी तेरा तुझको सब कुछ अर्पण। क्या लाया
Read Moreआओ मिल के दीप जलाएं मन-तिमिर को दूर भगाएं। प्रेम-प्रीति की ज्योति से धरणी का कण-कण महकाएं। पर्व दिवाली का
Read Moreगीत गाते गुनगुनाते वेदना को तुम को सुला दो। दीन-अकिंचन के जीवन में नीर प्रीति का बरसा दो। झोंपड़ी में
Read Moreमेंहदी लगाओ सखियों आया चौथ का त्यौहार। पी को रिझाओ सखियों आया चौथ का त्यौहार। बिंदिया लगाकर सजधज के बैठूँ
Read Moreसमय बहुत बलवान रे साथी समय बहुत बलवान। आज तेरा तो कल मेरा है समय बहुत बलवान। वक्त की धारा
Read Moreदेख तेरे इस जग की हालत क्या हो गई भगवान। ईंट-गारे के महल बने हैं बन सका न ये इंसान।
Read Moreकोरोना महामारी आई है देने सीख। स्वच्छता का रखो ध्यान मत मांगों भीख। चलकर पश्चिम की ओर कुछ न पायी
Read Moreअम्बे महारानी जगदम्बे महारानी आयीं हैं मेरे घर पे दुर्गा भवानी। प्यारा सा अम्बे का महल बनाऊं आम के पत्तों
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