खोखला करती दीमक
वीराने से एक जंगल में कई सौ साल पुराना बरगद का एक वृक्ष था। उसकी लम्बी-लम्बी लटाएं धरती को छू
Read Moreवीराने से एक जंगल में कई सौ साल पुराना बरगद का एक वृक्ष था। उसकी लम्बी-लम्बी लटाएं धरती को छू
Read Moreशब्द गरल पीते ही अश्रु समन्दर बह जाता है। खारा जल कपोल पर ढुलके मन आघात दे जाता है। वाणी
Read Moreमत लगने दो हौसलों में जंग ये बनाते हैं हमें जीवंत। समय-समय पर धार इसमें लगाते रहो। प्रयोग कर इसका
Read Moreकुंती के विवाह को चार साल हो चुके थे, पर उसके कोई संतान न थी। उसके ससुराल के लोग उससे
Read Moreप्रभु से बड़ा है प्रभु का नाम सिर नवा लो प्रभु के धाम। कोमल किश्ती पार करेंगे हम सबके प्यारे
Read Moreमेरे प्रभु राम जी कब दोगे तुम मुझको दर्शन। बीती जाए उमरिया मेरी तेरा तुझको सब कुछ अर्पण। क्या लाया
Read Moreआओ मिल के दीप जलाएं मन-तिमिर को दूर भगाएं। प्रेम-प्रीति की ज्योति से धरणी का कण-कण महकाएं। पर्व दिवाली का
Read Moreगीत गाते गुनगुनाते वेदना को तुम को सुला दो। दीन-अकिंचन के जीवन में नीर प्रीति का बरसा दो। झोंपड़ी में
Read Moreमेंहदी लगाओ सखियों आया चौथ का त्यौहार। पी को रिझाओ सखियों आया चौथ का त्यौहार। बिंदिया लगाकर सजधज के बैठूँ
Read Moreसमय बहुत बलवान रे साथी समय बहुत बलवान। आज तेरा तो कल मेरा है समय बहुत बलवान। वक्त की धारा
Read More