एक दिन तुम ही जीतोगे
हार ना मानो लड़ते रहो सावधान हो ध्यान से। एक दिन तुम ही जीतोगे महामारी के वितान से। माना संकट
Read Moreहार ना मानो लड़ते रहो सावधान हो ध्यान से। एक दिन तुम ही जीतोगे महामारी के वितान से। माना संकट
Read Moreयह प्रेम कथा है..असम के आदिवासी परिवार में जन्मी एक सोलह वर्षीय लड़की टुलुमुनि की। जिसको प्यार सब टुलु कहते
Read Moreवतन की ऊर्जा हिये में हर्षाये हरेक प्रकोष्ठ में धरा के समाये। रंग-रूप रीति-नीति धर्म-कर्म संग जड़ों से जुड़े ये
Read Moreमैं जल-कल और हल हूँ (1) धरती का अमोल रत्न हूँ मैं जल-कल और हल हूँ। चलता जीवन मेरे सहारे
Read Moreवसंत लेकर आया शोर वन वन नाच रहे हैं मोर। नीरव स्वच्छ आकाश में होड़ लगी है चारों ओर। पीली
Read Moreमेरे घर के चारों तरफ पेड़-पौधों की हरियाली व पक्षियों के बसेरे हैं। भोर पांच बजे छत पर प्रकृति की
Read Moreलगी भीड़ गद्दारों की मेरे भारत देश में। छिपा यहाँ हर कोई न जाने किस भेष में। खाते हैं जिस
Read Moreपंखुड़ी गुलाब की झूल रही डाल से। जुड़ने को मचल रही अपने परिवार से। ढुलका दिया हवा ने पत्तों के
Read Moreउस पार सरहद के चली उड़ती पवन पंछियों संग उस पार सरहद के चली। न रोके कोई न टोके कोई
Read Moreवीराने से एक जंगल में कई सौ साल पुराना बरगद का एक वृक्ष था। उसकी लम्बी-लम्बी लटाएं धरती को छू
Read More