मुझे पता था
मुझे पता था एक दिन बंद कर दोगे मेरे जबान को जिस दिन मै अपनी आवाज उठाऊगी नही कहने दोगे
Read Moreमुझे पता था एक दिन बंद कर दोगे मेरे जबान को जिस दिन मै अपनी आवाज उठाऊगी नही कहने दोगे
Read Moreदेखो मम्मी मेढक बोला आसमान मे बादल छाया मेघ भी जोर से गरजा डर के दीपू घर मे भागा होता
Read Moreगाँव हमारा कितना प्यारा लगता सब जग से न्यारा दरवाजे पर खाट डालकर बुजुर्गो की होती बैठक माँ, चाची और
Read Moreपूर्णिमा की रात में जब चाँद अपनी चाँदनी बिखेरता है तो पते पर पड़े कुछ जल की बूँदे मोती सा
Read Moreएक अजनबी बनकर ही तो तुम मिले थे परिचय से शुरू हुई थी बाते धीरे -धीरे होने लगे ढेरो बाते
Read Moreजीवन के आपा धापी में भूल गये सब रिश्ते नाते खो कर सबसे मेल मिलाप हो गये अपने मे व्यस्त
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