योग की ओर
चारों तरफ है, बस एक, ही शोरएक कदम बढ़ाएं,योग की ओर।। कुंठा, निराशा, सब, मिट जाएगीजीवन में, खुशहाली, बिछ जाएगीहर्ष
Read Moreधीरे-धीरे, नन्हा पौधा बढ़ता जा, रहा थापास खड़ा, वटवृक्ष अपनी पीठ, थपथपा रहा था । वृक्ष ख़ुश था, यह सोचकर
Read Moreभीषण गर्मी में, चुनाव क्यों कराएकार्यकर्ता घर से, निकल न पाएसही मौसम में, जो मतदान होतापरिणाम बिल्कुल, पलट कर होत
Read Moreजनता की सेवा, करने कोदेखो सब , कितने बेचैन हैंकड़ी धूप में सब, निकल पड़ते हैन दिन में सुकून,न रात
Read Moreजब हम रोज़ ही, आपस मेंमचाते रहेंगे, घमासानफिर, किस मुंह, से बोलेंगेकि मेरा भारत, देश महान ।। सत्ता पक्ष हो,
Read Moreअंग्रेजी नववर्ष,धूमधाम से मनायाचाकलेट बांटी और, जश्न मनायाआज से हमारा, नया संवत्सर हैगुड़ी पड़वा का, शुभ अवसर है।। आज से
Read More