जीवन स्वयं गढ़ेंगी हम
आसमान में उड़ने का कौशल है आजादी दो। गिरि-शिखर झुकाने का साहस बल है आजादी दो। मां पोषण-प्यार, दुलार हमें
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Read Moreप्यार के मधुरिम आखर बन जाऊं। सुरीले सरगम, गागर बन जाऊं। मैं तो सूखा हुआ इक दरिया हूं, तुम मिलो
Read Moreराष्ट्रीय ध्वज किसी राष्ट्र एवं देश के गौरव, गरिमा एवं गर्व का हेतु होता है। राष्ट्र-ध्वज राष्ट्रीय स्वाभिमान, शौर्य-पराक्रम एवं
Read Moreभारत माता को ब्रिटिश शासन सत्ता से मुक्ति के लिए हुए स्वाधीनता संघर्ष में एक व्यक्तित्व महानायक बनकर उभरा जिसे
Read Moreपुण्यतिथि 23 जनवरी पर विशेष भारतीय स्वाधाीनता संग्राम के पावन यज्ञ में हजारों क्रान्तिकारियों ने अपने श्वासों की समिधा होम
Read Moreसदियों से ही मानव जीवन का प्रकृति के साथ अन्योन्याश्रित जीवन्त मधुमय सम्बंध रहा है। यही कारण रहा है कि
Read Moreभारतवर्ष में 19वीं शताब्दी का उत्तरार्ध शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक आंदोलनों एवं समाज में व्याप्त अस्पृश्यता, बाल विवाह, सती प्रथा,
Read Moreकिसी व्यक्ति के समाज जीवन में किया गया एक समाजोपयोगी राष्ट्रीय कार्य उसे न केवल वैश्विक पहचान देता है बल्कि
Read Moreपरिवार देश की लघुतम इकाई होती है। परिवार से मिलकर ही एक वृहत्् समाज की रचना सम्भव होती है। प्रत्येक
Read Moreबाहर दीप जलाने से पहले, अंतर्मन में इक दीप जला लें। नेह सुधा-जल से अभिसिंचित कर, बंजर मन में रस,
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