वक्त के साथ
वो गलिया, वो दरवाज़े बदल जाते है | बचपन के चाव, जवानी आते-आते ठहर जाते है | कहाँ ढूँढे कोई
Read Moreवो गलिया, वो दरवाज़े बदल जाते है | बचपन के चाव, जवानी आते-आते ठहर जाते है | कहाँ ढूँढे कोई
Read Moreअनगिनत लहरें आती है | बहा के मुझे अनंत में ले जाती है |
Read Moreआओ, थोड़ा जी लेते हैं । जीवन विष का प्याला है। अमृत कर के पी लेते हैं। मौत तो आनी
Read Moreप्रकृति के , प्राकृतिक चलन पर। कितने विरोधाभास उठाते हैं। ग्रह -नक्षत्रों को , पढ़ने की बात करते
Read Moreआज जब आधा, पेट खाना खाकर ढीली चारपाई पर लेटा तो सहसा उसकी निगाहें आसमान पर जा टिकी तारों से
Read Moreकिसे ……चुनें जिंदगी अगर खुद को चुनती। फिर वो मौत का फंदा ना बुनती। जिंदगी अगर खुद को चुनती। दूसरों
Read Moreतंबाकू से जिंदगी बचाएं जिंदगी तंबाकू की हवा में मत उड़ाएं। आज जिसे पी रहे …….??? एक नशे….. एक उन्माद
Read Moreइस घड़ी ने घड़े की, कीमत बता दी। जो लोग… मिट्टी से टूट चुके थे। मिट्टी ने , आज अपनी
Read Moreफिर भी देश वासियों , किसे क्या ….नजर आएगा। विकास ही नज़र आयेगा | आज़ादी के मूल्यों का , देश
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