कठपुतलियां
कठपुतलियां है जीवन के, रंगमंच की । जुड़ी है जिन धागों से , जो सभी के, धागों को नचाता है
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Read More“मैं साहित्यकार, संसार को नित जगाता रहा। किस ओर जा रहा है। उसका
Read Moreरात काफी देर तक वो जागती रही ।आंखों में नींद इतनी थकावट के बाद भी नहीं आ रही थी। हर
Read Moreकलम सिपाही प्रेमचंद ने , मानव चरित्र का आख्यान लिखा। धनपत राय श्रीवास्तव से , प्रेमचंद हो , जीवन का
Read Moreरिमझिम- रिमझिम आओ फूहारो, मीठे गीत सुनाओं फुहारो। प्यारी-प्यासी इस धरती पे। प्रेम का जल बरसाओं फूहारो।। रिमझिम – रिमझिम
Read Moreवो गलिया, वो दरवाज़े बदल जाते है | बचपन के चाव, जवानी आते-आते ठहर जाते है | कहाँ ढूँढे कोई
Read Moreअनगिनत लहरें आती है | बहा के मुझे अनंत में ले जाती है |
Read Moreआओ, थोड़ा जी लेते हैं । जीवन विष का प्याला है। अमृत कर के पी लेते हैं। मौत तो आनी
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