भजन/भावगीत

श्री गणेशा

जय मंगलमूर्ति …श्री गणेशा ।
जय विघ्न विनाशक। हरो कष्ट कलेशा।।

संपूर्ण विश्व का उद्धार हो।
जीवन का आविर्भाव हो।
विपदा में दुनिया है सारी ।
बस तुम पर आस बंधी भारी।

अब कोरोना का संहार हो।
जीवन का नवनिर्माण हो ।
जय मंगलमूर्ति ….श्री गणेशा।
जय विघ्न विनाशक हरो कष्ट कलेशा ।

सारी दुनिया थम -सी गई है ।
तेरी करुणा जम- सी गई है।
संकट में शुभ और लाभ है।
व्यवसायों से लक्ष्मी थम- सी गई है।

जय मंगलमूर्ति श्री गणेशा ।

करो कृपा अब कल्याण हो।
दरिद्रता का कुछ समाधान हो।
रिद्धि- सिद्धि का विस्तार हो।
कोरोना का पातक काल हो।

जय मंगलमूर्ति ….श्री गणेशा ।

जीवन का अब विकास हो ।
चिंता का कुछ ह्रास हो ।
शुभ काज का आविर्भाव हो ।
नित नव नवीन संसार है।

— प्रीति शर्मा असीम

प्रीति शर्मा असीम

नालागढ़ ,हिमाचल प्रदेश Email- aditichinu80@gmail.com