ग्रहण…. मानते हैं
प्रकृति के , प्राकृतिक चलन पर। कितने विरोधाभास उठाते हैं। ग्रह -नक्षत्रों को , पढ़ने की बात करते
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Read Moreआज जब आधा, पेट खाना खाकर ढीली चारपाई पर लेटा तो सहसा उसकी निगाहें आसमान पर जा टिकी तारों से
Read Moreकिसे ……चुनें जिंदगी अगर खुद को चुनती। फिर वो मौत का फंदा ना बुनती। जिंदगी अगर खुद को चुनती। दूसरों
Read Moreतंबाकू से जिंदगी बचाएं जिंदगी तंबाकू की हवा में मत उड़ाएं। आज जिसे पी रहे …….??? एक नशे….. एक उन्माद
Read Moreइस घड़ी ने घड़े की, कीमत बता दी। जो लोग… मिट्टी से टूट चुके थे। मिट्टी ने , आज अपनी
Read Moreफिर भी देश वासियों , किसे क्या ….नजर आएगा। विकास ही नज़र आयेगा | आज़ादी के मूल्यों का , देश
Read Moreजिंदगी सड़कों पर , लाचार बैठी है। अपने घर और काम से , बेजार बैठी है । कोरोना क्या….. मारेगा
Read Moreवीर भूमि राजस्थान का, वह वीर प्रताप राणा था । जिसके साहस से कांप गया। अकबर ने लोहा माना था
Read Moreमुझे …….अफसोस रहेगा । जिदंगीयों को, अंधविश्वासों से दूर ले जाता । प्यार से जिंदगी है। यह बात समझा पाता।
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