Author: प्रिया देवांगन "प्रियू"

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ग्राम्य लोक-संस्कृति की परम्परा में भुर्री का महत्व

किसी कवि ने क्या खूब कहा है –“गाँव की माटी को सूँघो,गंध को एक नाम दे दो।”एक मुस्कुराती सुबह दे

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

नारी की महत्ता व अस्तित्व को अवगत कराता पर्व : एकादशी देवउठनी

          हमारे छत्तीसगढ़ में तीज-त्यौहारों का बहुत महत्व है। यहाँ अनेक प्रकार के तीज-त्यौहार मनाये जाते हैं। कार्तिक मास में

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

संस्कृति की डाल का एक पारम्परिक पुष्प – दीपावली

छत्तीसगढ़ धान का कटोरा तो कहलाता है; साथ ही, लोकपर्वों का एक गढ़ है। यहाँ के तीज-त्यौहार विभिन्न लोक-परम्परा व

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