ग़ज़ल
तुम हो नहीं मगर दिल, करता है इंतजार। लहरा के तुमको आँचल, पुकारे बार-बार। बस गई तस्वीर ऐसे, कल्ब -ओ-
Read Moreरौशन करें चराग़ आज मुफ़लिस के घर में उम्मीदों के गुल ख़िल जाएं उनके भी दर में कुछ हम ऐसा
Read Moreस्वप्न में भी न तू रोना है तू शहीद की मां हौसला सबका बढ़ाना है तू शहीद की मां न
Read Moreकहां हो निगाहें करम ढूंढते हैं। तुम्हें रात दिन हर कदम ढूंढते हैं। अभी तो दिखाई दिये मेरे ज़ानिब, निगाहों
Read Moreजिंदगी लाजवाब है न सवालों में उलझ चलती फिरती किताब है न सवालों में उलझ देखने दे हसीं दिलकश ये
Read Moreहर जगह नींव में मजदूर का पसीना है फिर भी मझधार में उसका सफ़ीना है सालो साल मेहनत से बनाता
Read Moreसुरमई रंग छा गया है फिर निगाहों में ढलने लगी है सांस भी दिल की आहों में फिर भी है
Read Moreकैसे बताऊं मैं तुम्हें मेंरी दृष्टी का दर्पण हो तुम दिल में छुपे हर अनकहे विचारों का वर्णन हो तुम
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