एक पिता की बेटी
पता नहीं मां के जज्बातों में क्या स्थान रखती हो बेटी, पर बाप के लिए तुम जान हो, कुदरत का
Read Moreपता नहीं मां के जज्बातों में क्या स्थान रखती हो बेटी, पर बाप के लिए तुम जान हो, कुदरत का
Read Moreवक्त ही वक्त में सब कुछ जताता है, अपनों के बीच कितना लगाव है व्यवहार सब कुछ खुलकर बताता है,
Read Moreसच तो सच होता है मेरे भाई उसमें क्या कड़वा और क्या मीठा, धन्ना सेठ सुने उसे या फिर घसीटा,
Read Moreसब बच्चों की टोली और हाथों में आमों की गुत्थियां, नजर आ जाता है जब आती गर्मियों की छुट्टियां, एक
Read Moreमरा हुआ आदमी सबसे पहले मरने का इंतजार करता है, होते भी है या नहीं वो आत्मा भी मर जाती
Read Moreमुझे तुझपे भरोसा है, तुझे मुझपे भरोसा है, पर ये कौन है जिसे भरोसा है अपनी जाति पर, अपनी खोखली
Read Moreनेताजी ने जैसे ही कहा भाइयों, बहनों और मितरों, मुझे याद आ गया 43 बी सी का महान दार्शनिक सिसरों,
Read More